New Shayari 😭 by JOT CHAHAL Posted on December 14, 2016 1 बेगाने होते लोग देखे,अजनबी होता शहर देखाहर इंसान को यहाँ,मैंने खुद से हीं बेखबर देखा।रोते हुए नयन देखे,मुस्कुराता हुआ अधर देखागैरों के हाथों में मरहम,अपनों के हाथों में खंजर देखा।मत पूछ इस जिंदगी में,इन आँखों ने क्या मंजर देखामैंने हर इंसान को यहाँ,बस खुद से हीं बेखबर देखा। Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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