कसूर ना उनका है ना मेरा,
हम दोनो रिश्तों की रसमें निभाते रहे,
वो दोस्ती का ऐहसास जताते रहे,
हम महोब्बत को दिल में छुपाते रहे..
कसूर ना उनका है ना मेरा,
हम दोनो रिश्तों की रसमें निभाते रहे,
वो दोस्ती का ऐहसास जताते रहे,
हम महोब्बत को दिल में छुपाते रहे..
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