कोई शायर कोई फकीर बन जाये,
आपको जो देखे वो खुद तस्वीर बन जाये,
ना फूलो की ज़रूरत ना कलियों की,
जहा आप पैर रखो वही कश्मीर बन जाये ♥
कोई शायर कोई फकीर बन जाये,
आपको जो देखे वो खुद तस्वीर बन जाये,
ना फूलो की ज़रूरत ना कलियों की,
जहा आप पैर रखो वही कश्मीर बन जाये ♥
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